माँ को देख खुशियों से भर गया मेरा संसार, मैं तो पत्थर हूँ, मेरी माता शिल्पकार हैं मेरी, हर तारीफ़ के वो ही असली हक़दार हैं..।। दुर्गा माँ कहती हैं तुम सिर्फ मेरे बेटे नहीं, मेरी जिंदगी, मेरी आत्मा, मेरी खुशी और मेरा सम्मान हो। नन्हें-नन्हें क़दमों से माँ आए https://sites.google.com/view/navratrishayari/