इस मंत्र का जाप आप हर मंगलवार और शनिवार को कर सकते हैं, रोजाना करें तो बहुत अच्छा रहेगा। हे अंजनन्दन, वीर, जानकी के दुःख का नाश करने वाले! हे कपीश, अक्षहंता, लंका का भय दूर करने वाली! अनुष्ठान की विधि: इसमें विशेष सामग्री जैसे सिंदूर, फूल, दीपक, या यंत्रों https://elizabethx752lro3.tokka-blog.com/profile