ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। Offerings: Give your inquiries/choices to God in a smart spirit of love and humility. Just https://hansf185uad9.blogginaway.com/profile